2023 के लास्ट महीने में जो सबसे ज्यादा जिस फ़िल्म का इंतजार था वो है सलार क्योंकि डायरेक्टर है
प्रशांत नील और एक्टर है अपने रेबेल स्टार प्रभास लेकिन क्या केजीएफ के डायरेक्टर ने बनाई हुई यह मूवी लोगों के एक्सपेक्टेशन
पर खरी उतरती है कि नहीं .
इस रिव्यू में एक ही सवाल होगा कि क्या सलार फ़िल्म केजीएफ यूनिवर्स का हिस्सा है. तो नहीं है क्योंकि इसकी स्टोरी किसी
भी तरीके से केजीएफ के साथ कनेक्ट नहीं करती है . फ़िल्म स्टार्ट होती है वैसे कहानी तो आपको ट्रेलर से पता चल ही गई होंगी कि दो बचपन के दोस्त हैं एकदम पक्के वाले दोस्त लेकिन स्टोरी का मेन टॉपिक इस फिल्म में दिखाए गए दोस्ती के इर्द-गिर्द घूमते रहता है खानसार नाम से एक साम्राज्य है जहां तीन कबीले हैं और हर कोई गद्दी की चाह में है जहां कुछ इंटरनल पॉलिटिक्स एंड पुराने रिवेंज स्टोरी के चलते बहुत सारी गड़बड़ी हो रही है जो हमें एक 2 घंटे 55 मिनट यानी ऑलमोस्ट 3 घंटे की मूवी में देखने को मिलेगा.एनिमल ने तो बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रखी है क्या लगता है सलार भी वैसे ही धूम मचा पाएगा या नहीं .
लेकिन जितना ट्रेलर में समझ में आया था उससे थोड़ी सी अलग है इसकी स्टोरी फर्स्ट हाफ मैं तो पर्सनली लगा कि हर चीज में इतना ज्यादा
ओवर पावर्ड क्यों लग रही है यह फ़िल्म में प्रभास से सब डर रहे हैं उसकी मां से सब डर रहे हैं तो ये जहां तक एक जगह क्यूरियोसिटी बढ़ाता है वही दूसरे और ऐसा लगता है फ़िल्म में बहुत बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहे है. श्रुति हसन ने भी ठीक ठाक एक्टिंग की है. आपको बार-बार इसके हर एक सीन में केजीएफ की याद आएगी क्योंकि प्रशांत नील स्टाइल ,कलर ग्रेडिंग से लेकर सिनेमा स्टाइलिंग एक्शन कोरियोग्राफी एंड इस फिल्म का एडिटर भी सेम ही है तो जैसे आपने केजीएफ 2 में एक एक्शन देखा होगा वो कार चेसिंग वाला सीन जिसमें बार-बार ब्लैक आउट हो जाता था तो यहां भी सेम चीज सेम एडिटिंग स्टाइल में अप्लाई की गई है.
पर स्टाइल जो मास ऑडियंस को ज्यादा अपील करती है ऐसा प्रेजेंटेशन जहां स्पेशली प्रभास के हर एक एंट्री के वक्त स्लो मोशन डाले गए हैं वो दिखने में जबरदस्त हैं. बहुत दिनों बाद प्रभास को एक अच्छे खासे अवतार में देखने को मिला अच्छा लगा इसके सेकंड हाफ में बहुत बड़ी बैक स्टोरी है जो फर्स्ट हाफ के क्यूरियोसिटी को दूर तो कर ही देती है. लेकिन फ़िल्म थोड़ी स्ट्रेच सी फील होने लगती है पर इसका एक्शन बढ़िया है. एंड मूवी ए रेटेड भी इसलिए है क्योंकि इसमें वायलेंस ज्यादा है बट वल्गैरिटी वगैरह कहीं भी नहीं है सो मास मसाला एक्शन वाली फिल्में
अच्छी लगती है केजीएफ जैसा प्रेजेंटेशन अच्छा लगता है तो यह फिल्म आप देख सकते हो लास्ट में इसके सेकंड पार्ट का नाम भी रिवील होता है पर कोई पोस्ट क्रेडिट सीन नहीं है .
ओवरऑल सलार एक अच्छी एंटरटेनिंग फ़िल्म है इस मूवी को 3.5 आउट ऑफ फाइव स्टार्स.
रेटिंग : 3.5/5